जीप रैंगलर दुनिया की सबसे पावरफुल और पॉपुलर ऑफ-रोडिंग SUVs में से एक मानी जाती है। इसके दमदार इंजन, मजबूत बॉडी और एडवांस फीचर्स इसे उन ग्राहकों के बीच खास बनाते हैं जो रोमांचक ड्राइविंग का शौक रखते हैं। लेकिन हाल ही में अमेरिका से एक बड़ी खबर सामने आई है। कंपनी को अपनी ही फ्लैगशिप SUV में खराबी का सामना करना पड़ा है, जिसकी वजह से 80,000 से ज्यादा जीप रैंगलर SUVs को रिकॉल किया गया है। यह कदम कार सेफ्टी के लिहाज़ से बेहद अहम माना जा रहा है।
आखिर क्यों रिकॉल करनी पड़ी जीप रैंगलर?
कार निर्माता कंपनियां अक्सर अपनी गाड़ियों में कोई तकनीकी या मैन्युफैक्चरिंग गलती पकड़ने पर रिकॉल जारी करती हैं। जीप रैंगलर के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। अमेरिका में बेचे गए हजारों मॉडलों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) से जुड़ी समस्या सामने आई है। यह सिस्टम गाड़ी के टायर के प्रेशर पर नजर रखता है और खतरा होने पर ड्राइवर को अलर्ट करता है।
जांच में पाया गया कि कुछ मॉडलों में लगी एक खास केबल दब सकती है, जिसकी वजह से TPMS सही तरीके से काम नहीं करता। इसका सीधा मतलब है कि ड्राइवर को टायर प्रेशर की असली जानकारी नहीं मिल पाती, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है।
कब और कैसे सामने आई खामी?
अमेरिका के नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (NHTSA) ने पिछले साल अक्टूबर में इस मुद्दे पर जांच शुरू की थी। कई महीनों तक रिसर्च और टेस्टिंग करने के बाद जुलाई 2025 में यह साफ हुआ कि यह एक मैन्युफैक्चरिंग फॉल्ट है।
कंपनी ने भी स्वीकार किया कि यह गलती असेंबली के समय हुई और उत्पादन प्रक्रिया में यह कमी रह गई थी। अच्छी बात यह है कि जीप ग्राहकों से इस मरम्मत के लिए कोई अतिरिक्त खर्च नहीं लेगी। खराब पाए जाने पर केबल को मुफ्त में बदल दिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अन्य संबंधित हिस्सों की जांच भी बिना शुल्क की जाएगी। इस तरह कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि ग्राहकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े और उनकी सुरक्षा पूरी तरह बनी रहे।
क्या भारत पर पड़ेगा कोई असर?
भारत में जीप रैंगलर काफी पॉपुलर SUV है और इसे एक प्रीमियम ऑफ-रोडर के रूप में देखा जाता है। यह उन ग्राहकों को खास तौर पर आकर्षित करती है जो लग्ज़री के साथ-साथ पावर और एडवेंचर का अनुभव चाहते हैं। भारत में इसके शौकीन खरीदारों की एक बड़ी संख्या है, खासकर मेट्रो शहरों और हाई-एंड सेगमेंट में। हालांकि कंपनी ने साफ कर दिया है कि अमेरिका में रिकॉल किए गए मॉडल्स भारत में बिकने वाले मॉडलों से अलग हैं और यहां बेचे जाने वाले वर्ज़न में ऐसी कोई तकनीकी खामी नहीं पाई गई है। यानी भारतीय ग्राहकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है और वे निश्चिंत होकर अपनी SUV का आनंद ले सकते हैं।
जीप रैंगलर: दमदार फीचर्स और कीमत
भारत में जीप रैंगलर का बेस वेरिएंट करीब 78 लाख रुपये से शुरू होता है, जबकि टॉप मॉडल की कीमत 85 लाख रुपये (ऑन-रोड दिल्ली) तक जाती है।
यह SUV तीन वेरिएंट्स में आती है और इनमें कई हाई-एंड फीचर्स दिए गए हैं:
- ADAS तकनीक – फ्रंट कोलिजन वॉर्निंग, एडवांस ब्रेक असिस्ट और एडाप्टिव क्रूज कंट्रोल।
- सुरक्षा फीचर्स – गोरिल्ला कॉर्निंग विंडशील्ड और मॉडर्न सेफ्टी सिस्टम।
- पावरफुल इंजन – 1995cc का टर्बोचार्ज पेट्रोल इंजन, जो 268 bhp की पावर और 400 Nm का टॉर्क देता है।
- फ्यूल एफिशिएंसी – हाईवे पर 10.6 से 11.4 kmpl का माइलेज।
क्यों खास है जीप रैंगलर?
जीप रैंगलर सिर्फ एक गाड़ी नहीं बल्कि एडवेंचर और लग्ज़री का मेल है। इसकी खासियतें इस प्रकार हैं:
- ऑफ-रोडिंग क्षमता – पहाड़ी रास्तों, रेगिस्तानों और कठिन इलाकों में भी बेहतरीन परफॉर्मेंस।
- मजबूत डिज़ाइन – बोल्ड लुक और शानदार रोड प्रेजेंस।
- एडवांस्ड टेक्नोलॉजी – ड्राइविंग को आसान और सुरक्षित बनाने वाले फीचर्स।
रिकॉल से कंपनी की साख पर असर?
जब भी कोई ऑटोमोबाइल कंपनी रिकॉल करती है, तो यह ग्राहकों के बीच सवाल खड़े करता है। हालांकि, दूसरी तरफ इसे पॉज़िटिव भी माना जा सकता है क्योंकि यह दर्शाता है कि कंपनी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से ले रही है और ग्राहकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करना चाहती।
जीप के मामले में भी यही देखा गया। कंपनी ने तुरंत एक्शन लिया और समस्या की जानकारी मिलने के बाद तुरंत रिकॉल का ऐलान किया। यह कदम ग्राहकों का भरोसा बनाए रखने में मदद करेगा।
निष्कर्ष
जीप रैंगलर SUV अपने दमदार इंजन, लग्ज़री फीचर्स और एडवेंचर-फ्रेंडली डिज़ाइन की वजह से दुनियाभर में मशहूर है। अमेरिका में आई इस तकनीकी खराबी ने जरूर कुछ समय के लिए चिंता बढ़ाई, लेकिन कंपनी का तेज़ और जिम्मेदार रवैया ग्राहकों का भरोसा बनाए रखने में मदद करेगा। भारत के ग्राहकों के लिए राहत की बात यह है कि यहां बिकने वाले मॉडल प्रभावित नहीं हुए हैं।
अगर आप भी एक पावरफुल और लग्ज़री SUV लेने का सोच रहे हैं, तो जीप रैंगलर अब भी एक बेहतरीन विकल्प है।