Karishma Kapoor OR Priya Sachdeva: बॉलीवुड की दुनिया सिर्फ फिल्मों और ग्लैमर तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ सितारों की निजी ज़िंदगी भी अक्सर सुर्खियों में रहती है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला चर्चा में है जो फिल्मी पर्दे से ज़्यादा अदालतों के गलियारों में गूंज रहा है।
यह मामला है संजय कपूर की मौत के बाद उनकी करोड़ों की संपत्ति पर चल रहे विवाद का, जिसमें एक ओर करिश्मा कपूर के बच्चे हैं और दूसरी ओर उनकी सौतेली मां प्रिया सचदेवा। यह मामला सिर्फ पारिवारिक झगड़े तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कानूनी दांव-पेच, पारदर्शिता और विश्वासघात जैसे मुद्दे भी जुड़े हैं।
संजय कपूर कौन थे?
संजय कपूर बॉलीवुड से सीधे जुड़े नहीं थे, लेकिन उनका नाम हमेशा फिल्म इंडस्ट्री के पन्नों में छपा। वह बिज़नेस की दुनिया के बड़े नाम थे। ऑटोमोबाइल पार्ट्स से लेकर निवेश कंपनियों तक, उनका साम्राज्य फैला हुआ था। 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति वाले संजय कपूर इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान रखते थे। उनकी शख्सियत का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि ऑटोमोटिव कॉम्पोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) जैसे बड़े संगठन की अध्यक्षता उन्होंने की थी।
करिश्मा कपूर और संजय कपूर का रिश्ता
करिश्मा कपूर और संजय कपूर की शादी साल 2003 में हुई थी। इस शादी ने मीडिया में खूब सुर्खियाँ बटोरी थीं क्योंकि करिश्मा बॉलीवुड की सुपरहिट एक्ट्रेस थीं और संजय बिज़नेस की दुनिया का बड़ा नाम। दोनों के दो बच्चे हुए – समायरा और कियान। लेकिन यह रिश्ता ज़्यादा समय तक नहीं चला और साल 2016 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद से बच्चों की परवरिश की ज़िम्मेदारी करिश्मा ने संभाली।
प्रिया सचदेवा की एंट्री
संजय कपूर ने तलाक के बाद प्रिया सचदेवा से शादी की। प्रिया एक जानी-मानी बिज़नेसवुमन हैं और कई बड़ी कंपनियों से जुड़ी हुई हैं। वह ऑरियस इन्वेस्टमेंट की निदेशक और सोना कॉमस्टार जैसी कंपनियों में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। संजय की मौत के बाद जब वह एक बड़े बिजनेस इवेंट में नज़र आईं तो यह उनकी पहली पब्लिक अपीयरेंस थी। इस कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी को खास माना गया क्योंकि उनके दिवंगत पति भी इसी संस्था के प्रमुख रह चुके थे।
संपत्ति विवाद कैसे शुरू हुआ?
संजय कपूर के निधन के बाद उनकी संपत्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया। करिश्मा के दोनों बच्चे – समायरा (20) और कियान (15) – का कहना है कि उनके पिता की जायदाद में उनका वैधानिक हक बनता है। लेकिन उन्हें यह जानकर झटका लगा कि अचानक एक वसीयत सामने आई, जिसमें पूरी संपत्ति पर प्रिया सचदेवा का अधिकार बताया गया। बच्चों और करिश्मा का आरोप है कि यह वसीयत असली नहीं है और इसमें धोखाधड़ी की गई है।
कोर्ट तक पहुँचा मामला
जब विवाद बढ़ा तो यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट तक पहुँच गया। अदालत ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप किया। बच्चों की ओर से दावा किया गया कि उन्हें पहले बताया गया था कि संजय ने कोई वसीयत नहीं बनाई। लेकिन उनकी मौत के सात हफ्ते बाद अचानक यह वसीयत सामने आई। अदालत अब यह तय करेगी कि यह वसीयत असली है या नहीं, और किसका अधिकार संपत्ति पर बनता है।
कानूनी लड़ाई के मुद्दे
- वसीयत की वैधता – क्या वसीयत असली है या इसमें फर्जीवाड़ा हुआ है?
- बच्चों का वैधानिक अधिकार – भारतीय कानून के मुताबिक संतान को पिता की संपत्ति में हक होता है।
- सौतेली मां की भूमिका – क्या प्रिया सचदेवा ने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया या बच्चों के हक को नजरअंदाज किया?
30,000 करोड़ की संपत्ति क्यों है खास?
यह संपत्ति सिर्फ पैसों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कंपनियों के शेयर, बिज़नेस पार्टनरशिप, प्रॉपर्टीज और निवेश शामिल हैं। इतनी बड़ी राशि का मामला जब परिवार के बीच फंसता है, तो यह सिर्फ घरेलू विवाद नहीं रह जाता, बल्कि इंडस्ट्री और बाजार पर भी असर डाल सकता है। यही वजह है कि इस केस को बड़े बिजनेस सर्कल भी बारीकी से देख रहे हैं।
प्रिया सचदेवा की पब्लिक अपीयरेंस का महत्व
संजय कपूर की मौत के बाद प्रिया सचदेवा पहली बार पब्लिक इवेंट में नज़र आईं। यह इवेंट कोई साधारण कार्यक्रम नहीं था, बल्कि देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़ा सबसे बड़ा सम्मेलन था। वहाँ उनकी मौजूदगी यह दिखाती है कि वह अपने पति की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन दूसरी ओर, बच्चों के आरोपों ने उनकी छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
करिश्मा कपूर और बच्चों का पक्ष
करिश्मा कपूर भले ही अब संजय से अलग हो चुकी हों, लेकिन बच्चों की परवरिश और उनके भविष्य की चिंता के चलते उन्होंने कानूनी लड़ाई को गंभीरता से लिया है। उनका कहना है कि बच्चों को उनके पिता की संपत्ति में बराबर का हिस्सा मिलना चाहिए। वह अदालत में अपने बच्चों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और हर संभव कानूनी कदम उठा रही हैं।
समाज और इंडस्ट्री पर असर
यह विवाद सिर्फ एक परिवार तक सीमित नहीं है। समाज में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर बड़ी संपत्तियों के मामले में पारिवारिक विवाद क्यों अक्सर अदालत तक पहुँचते हैं। वहीं इंडस्ट्री में भी यह चर्चा का विषय है कि इस विवाद का असर कंपनियों के कामकाज पर पड़ेगा या नहीं।
निष्कर्ष
संजय कपूर की मौत के बाद उनकी संपत्ति पर छिड़ी कानूनी जंग ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। एक ओर प्रिया सचदेवा अपने पति की विरासत को संभालने का दावा कर रही हैं, तो दूसरी ओर करिश्मा कपूर अपने बच्चों के लिए न्याय की मांग कर रही हैं। अदालत का फैसला आने में समय लगेगा, लेकिन यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि संपत्ति का विवाद चाहे आम घर हो या बड़े कारोबारी घराने, पारिवारिक रिश्तों को गहराई तक प्रभावित करता है।
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